मूल प्रश्न

फसल अमृत क्या है ?

फसल अमृत प्राकृतिक रूप से संसाधित अति अवशोषक पॉलीमर है जो जैविक अपशिष्ट जैसे संतरे के छिलके, केले के छिलके व दूसरे फल और सब्जियों के अपशिष्ट।

यह कैसे काम करता है ?

  • सामान्यतः, जब मिट्टी में जल आता है तो मिट्टी अपनी क्षमता के अनुसार जल को अवशोषित करती है और बचा हुआ जल मिट्टी की ऊपरी सतह पर तैरता है या फिर मिट्टी के भीतर चला जाता है।

  • हमारे खेतो में उगाई जाने वाली अधिकतर फसलो की जड़े लगभग 12 से 18 इंच होती है अतः 18 से 24 इंच से नीचे का जल सीधे पौधे द्वारा अवशोषित नही होता।

  • जब कोई फसल अमृत मिट्टी में मिला कर उपयोग करता है तो मिट्टी की जल अवशोषण क्षमता 20 से 30 गुना बढ़ जाती है जो मिट्टी को अधिक मात्रा में जल अवशोषित करने में सहायता करेगी।

  • इस अवशोषित जल को पौधे की आवश्यकता के अनुसार संयंत्र को वापस छोड़ दिया जाएगा

फसल अमृत के काम करने की क्रियाविधि क्या है?

  1. फसल अमृत एक प्राकृतिक रूप से संसाधित अति अवशोषक पॉलीमर (एस.ए.पी) है।

  2. एस.ए.पी में अणुओं की एक बहु-आयामी जटिल संरचना होती है।

  3. इन अणुओं के बीच एक रिक्त स्थान होता है।

  4. जब जल एस.ए.पी के संपर्क में आता है, तो रिक्त स्थान जल से भर जाती है और उसे जमा कर देती है।

  5. यह आसमाटिक दबाव के सिद्धांत पर कार्य करता है जहाँ जल जल निम्न जल प्रतिबल पक्ष से उच्च जल प्रतिबल पक्ष की ओर प्रवाहित होता है।

  6. जब मिट्टी में अतिरिक्त जल होता है, तो मिट्टी में जल का दबाव कम हो जाता है और जल एस.ए.पी में प्रवाहित हो जाता है।

  7. जब मिट्टी समय के साथ शुष्क होने लगती है तथा पौधे से पानी की खपत होती है, तो तनाव बढ़ने लगाता है।

  8. अतः जल एस.ए.पी से मिट्टी में प्रवाहित होता है जो पौधे के द्वारा प्रयोग में लिया जाता है।

  9. क्योंकि फ़सल अमृत जैविक पदार्थों से निर्मित है, इसलिए इसमें सदैव जल का दबाव कम होता है, जिसका अर्थ है कि फ़सल अमृत में उपलब्ध सभी जल का उपयोग पौधे द्वारा किया जाएगा

फसल अमृत का जीवनकाल क्या है ?

फसल अमृत अगर ना खुले तो यह 3 साल तक चलेगा। यदि बैग खोल दिया जाए, तो फिर उसे ऐसे बंद करना सुनिश्चित करे जिससे उसमे नमी न जाये। एक बार खोलने के बाद हम 3 साल के जीवनकाल की जिम्मेदारी नहीं ले सकते।

फसल अमृत को मिट्टी में मिलने के पश्चात क्या होता है ?

एक बार मिट्टी में मिलने के बाद, यह जल को अवशोषित करना आरम्भ कर देता है और आवश्यकता अनुसार इसे वापिस पौधे की जड़ में छोड़ देता है। यह जल अवशोषण व छोड़ने की प्रक्रिया फसल अमृत के आवेदन के 5 से 6 महीनों में 19 से 20 बार होती है।


5 से 6 महीनों के बाद फसल अमृत जल अवशोषित करना बंद कर देता है, और यह मिट्टी में विघटित होना आरम्भ कर देता है जैसे खाद विघटित होती है।

फ़सल अमृत को विघटित होने पर किस प्रकार के घटक मिलते है ?

फसल अमृत एक 100% जैवनिम्निकृत उत्पाद है, और यह जैविक पदार्थ, जैविक कार्बन, और पानी में विघटित होता है।

क्या फसल अमृत का मिट्टी या फसल या जलवायु पर कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?

फसल अमृत जैविक अपशिष्ट जैसे फलों और सब्जियों के छिलकों से बिना हानिकारक रसायनों के बनाया जाता है। अतः, यह मिट्टी या फसल, या जलवायु के लिए सम्पूर्ण तरह से सुरक्षित है।